अगर टाटा टेक्नोलॉजी की बात की जाए तो लिस्टिंग के बाद से ही इस शेयर ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिया है। इसका अर्थ है की आईपीओ के जरिए जिनको भी शेयर अलॉट हुए है उनकी चांदी हो गई है। जबकि इंट्रा डे पर भी खरीदारी करने वालों को भी जबरदस्त फायदा हुआ है। हालांकि अगले दिन इसके शेयरों में गिरावट देखने को मिली है।
निवेशकों को यह अंदाजा लग रहा था की इसका प्राइस 2000 तक जा सकता है लेकिन जो भारी गिरावट स्टॉक में आई है उसके बाद तो 1200 रुपए के ऊपर शेयर का भाव आ गया है। शुक्रवार के दिन 7 फीसदी से अधिक की गिरावट शेयरों में देखने को मिली थी। अब गिरावट के बाद लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है की आगे क्या होने वाला है? इसी के बारे में विस्तार से आगे बताया गया है।
शुक्रवार के दिन इसके शेयर की शुरुआत मार्केट में 1339 रुपए से हुई थी और दिन में अधिकतम स्तर 1348 रूपए रहा। हालांकि दिन के अंत यह शेयर 1216 के भाव पर जाके बंद हुआ और शेयर में 7.30 फीसदी से ज्यादा का गिरावट देखने को मिला। वही इस शेयर का 52 वीक हाई प्राइस 1348 रुपए जबकि 52 वीक लो प्राइस 1211 रुपए है। वही टाटा टेक्नोलॉजी ने 50000 करोड़ का मार्केट कैप भी पार कर लिया है।
टाटा टेक्नोलॉजी के स्टॉक के विषय में अमित गोयल का कहना है की अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हो तो इस शेयर में कुछ समय बाद एंट्री करें। लगभग 5 से 6 महीने इंतजार करिए उसके बाद आपको प्रॉफिट बनाने का बेहतर अवसर मिलेगा क्योंकि तब तक प्राइस में भी गिरावट आ चुकी होगी यानी की स्टॉक का प्राइस अच्छे से सेटल हो चुका होगा।
साथ ही जिस बिजनेस मॉडल पर टाटा टेक्नोलॉजी का बिजनेस आधारित है उसमे आगे आने वाले समय में डिमांड काफी ज्यादा बढ़ सकती है जिससे की कंपनी को अच्छा मुनाफा भी होगा। साथ ही कंपनी की आय में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।