भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी उड़ान (Udaan) वर्ष 2025 में अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। अतः इस लक्ष्य को हासिल करने से पहले कंपनी अपनी सप्लाई चेन को और भी ज्यादा मजबूत करना चाहती है। अतः इसे मजबूती प्रदान करने तथा वेंडर पार्टनरशिप को बढ़ावा देने के लिए कंपनी की तरफ से 340 मिलियन डॉलर जुटाए गए है।
कंपनी का कहना है की यह रेज ‘सीरीज ई राउंड’ के माध्यम से जुटाया गया है। यह फंड फ्रेश इक्विटी और लोन के कन्वर्जन का मिश्रण है। इस राउंड का नेतृत्व एम एंड जी पीएलसी ने किया गया था, जिसमें लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स और डीएसटी ग्लोबल सहित मौजूदा निवेशकों द्वारा भाग लिया गया था।
कंपनी लाएगी 2025 में IPO
वही वैभव गुप्ता द्वारा बयान जारी किया गया है की यह फंड उनके बिजनेस प्लान को पूरा करने में मदद करेगा। साथ ही उनका कहना था कि इससे आगे कंपनी को ग्रोथ और प्रॉफिट हासिल करने में मदद मिलेगी। इसके साथ उनको IPO को मार्केट में लाने में भी आसानी होगी।
वैसे बताना चाहेंगे की वैभाग गुप्ता उड़ान के सह संस्थापक और सीईओ है। पिछले महीने ब्लूमबर्ग न्यूज को वैभव गुप्ता ने बताया था की यह स्टार्टअप अब 2025 में IPO लाने की तैयारी में है। हालांकि उन्होंने इसका पुष्टीकरण नही किया की यह आईपीओ की केवल भारत में लाया जाएगा या फिर विदेशी निवेशकों के लिए इसे विदेशों में भी लॉन्च किया जायेगा।
कंपनी के बारे में
उड़ान फिलहाल एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस के रूप में स्थापित है जिसका इस्तेमाल करके छोटे व्यापारी अपना माल मंगवाते है। इस कंपनी का लॉजिस्टिक्स नेटवर्क आम दुकानों को तुरंत डिलीवरी प्रदान करने में काफी ज्यादा सक्षम है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और वॉलमार्ट इंक. के फ्लिपकार्ट (Flipkart) जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को फिलहाल यह कंपनी काफी अच्छा टक्कर दे रही है।
3 इंजीनियर्स है इसके संस्थापक
उड़ान कंपनी की स्थापना वर्ष 2016 में की गई थी। इस कंपनी की नींव रखने वाले 3 इंजीनियर्स है जिनका नाम वैभव गुप्ता, आमोद मालवीय और सुजीत कुमार है। वैभव गुप्ता फिलहाल कंपनी के सीईओ जबकि आमोद मालवीय और सुजीत कुमार कंपनी के बोर्ड मेंबर्स है।
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