बैंक खाता धारको के लिए खुशखबरी– भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से एक जून 2023 से ‘100 Days 100 Pays’ नाम से एक अभियान चलाया जाएगा ! जिसके अंतर्गत पिछले 10 सालों से बंद पड़े बैंक खातों के मालिक या उनके वारिस को ढूंढ करके उन्हें पैसा दिया जाएगा !
जिन खातो में पिछले 10 सालो से कोई भी एक्टिविटी नही हुई है, कोई लेन-देन नही हुआ है ! RBI की तरफ से इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है ! और कितने खाते हैं और इसका मालिक कौन होगा वह भी आपके लिए जानना जरूरी है !
सार्वजनिक बैंकिंग क्षेत्र में बिना दावों के करीब 35000 करोड रुपए की राशि आरबीआई को ट्रांसफर की गई है ! और यह राशि करीब 10.24 करोड बैंक खातों में पड़ी थी !
आरबीआई की तरफ से पिछले महीने कहा गया था कि इसके लिए एक सेंट्रलाइज्ड पोर्टल तैयार किया जाएगा ! और इसमें जमाकर्ता और लाभार्थी के अलग-अलग बैंकों में बड़ी बिना दावे की राशि के बारे में जानकारी ले सकेंगे !
एक जून से शुरू होगा अभियान
आरबीआई (Reserve Bank Of India) की तरफ से यह राशि उनके सही वारिस तक पहुंचने के लिए अभियान की शुरुआत 1 जून से की जाएगी ! RBI के नियमों के मुताबिक जिन खातों में पिछले 10 साल से कोई भी लेनदेन नहीं की गई है या फिर टर्म डिपाजिट राशि पूर्ण होने तक या बाद में कोई दावा नही किया गया है !
उन्हें अनक्लेम्ड खातो में या अनक्लेम्ड डिपाजिट में गिना जाता है ! और इन खातों में जमा राशि को बैंकों की तरफ से फिर से आरबीआई के डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड में भेज दिया जाता है !
कैसे बनता है अनक्लेम्ड डिपॉजिट
अनक्लेम्ड खाते सेविंग या करंट अकाउंट बंद होने की वजह से होते हैं ! जिसे खाताधारक अब उपयोग नहीं करना चाहते हैं, या फिर वह टर्म डिपाजिट होते हैं जिनके पूर्ण होने के बाद भी कोई दावेदार नहीं आता है !
और कई बार मरे हुए व्यक्ति के बैंक खाते में पड़े बैलेंस को क्लेम नहीं करने की वजह से अनक्लेम्ड अकाउंट बनते हैं ! आरबीआई की तरफ से चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य इस तरह के अकाउंट को वारिस को लीगल रूप पहचान जमा करने और उन पर दावों में मदद करना है !
Read Also- NSC Scheme 2023 : पोस्ट ऑफिस का बड़ा तोहफा 5 साल में मिलेंगे 29 लाख रूपए