कानपुर में 5 दिनों से जारी इनकम टैक्स की रेड खत्म– कानपुर, भारत: आयकर विभाग ने पिछले पांच दिनों से कानपुर शहर में आयोजित की जा रही रेड के बाद एक बड़ा खुलासा किया है।
इस रेड के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके बड़ी संख्या में टैक्स चोरी के मामले सामने आए हैं।
यह आयकर विभाग के इतिहास में पहली बार है जब ऐसी एक्शन एक साथ लिया गया है और इससे इनकम टैक्स विभाग की ख्याति में एक नई मुड़ आने की संभावना है।
आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह रेड कानपुर के कुछ धनी व्यक्तियों के बिजनेस और खाता-बही को निशाना बनाकर किया गया था।
आयकर विभाग के पास सटीक सूचना थी कि इन व्यक्तियों ने अपने कारोबार के नाम पर टैक्स चोरी की है और उनके पास बिना संबंधित दस्तावेजों के करोड़ों रुपये छुपे हैं।
इस रेड के दौरान, आयकर विभाग ने विशेष टीमें बनाईं, जिनमें कंप्यूटर विशेषज्ञ और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विशेषज्ञ भी शामिल थे।
इन विशेषज्ञों ने आयकर विभाग को विशेष ध्यान से चयनित सॉफ्टवेयर और एल्गोरिदम का उपयोग करके विशिष्ट खाता-बही की जांच की और ध्यानपूर्वक विश्लेषण किया।
इसके द्वारा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने आयकर विभाग को उन खातों की जांच करने में मदद की, जिनमें टैक्स छिपाने की संभावना थी।
यह खुलासा किया गया है कि इन धनी व्यक्तियों ने खुद को छिपाने के लिए कई नकली खाते खोले थे और वे अपने संपत्ति के असली मूल्य का सही जानकारी आयकर विभाग को नहीं दे रहे थे।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने इन खातों की जांच के बाद ये धनी व्यक्तियों को करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का आरोप लगाया है। इनमें से कुछ व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है और वे अब न्यायिक प्रक्रिया में हैं।
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “इस रेड में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने से हमें अधिक से अधिक खातों को चयनित करने में मदद मिली और ये मामूले के टैक्स चोरी के मामले को समय पर पकड़ने में भी सहायक साबित हुआ। आगामी दिनों में भी हम इस तकनीक का उपयोग करके अन्य मामलों में भी कामयाब होने की कोशिश करेंगे।”
इस रेड के माध्यम से आयकर विभाग ने कानपुर शहर के अनेक धनी व्यक्तियों के कारोबार की टैक्स चोरी को रोकने में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
आयकर विभाग के इस प्रयास से कानपुर शहर के टैक्स चोरों को सख्त से सख्त सजा का सामना करना पड़ेगा, जो भविष्य में टैक्स चोरी को कम करने में मददगार साबित होगा।
इस रेड के परिणामस्वरूप, कानपुर शहर के कुछ बड़े व्यक्तियों के घरों से करोड़ों रुपये के संपत्ति जब्त की गई है, जो अब आयकर विभाग द्वारा कानूनी कार्रवाई के तहत बेची जाएगी।
सारांशतः, कानपुर में हुई इस आयकर रेड के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सफल उपयोग करके आयकर विभाग ने करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी को रोकने में सफलता हासिल की है।
यह एक प्रशंसनीय प्रयास है जो भारत के अर्थतंत्र को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
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